रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत जनता से मिल रहे हैं। इसके तहत ही वे बीते बुधवार को सरगुजा संभाग के कोरिया जिले में थे। यहां एक नवविवाहित जोड़े ने अपनी शादी को लेकर एक रोचक किस्सा मुख्यमंत्री को बताया। दावा किया गया कि युवक की शादी की रुकावट गोबर बेचने से ही दूर हुई है और गोबर बेचने से हो रही कमाई को देखकर ही उसकी शादी हो गई।

किस्सा कोरिया जिला के मनेंद्रगढ़ के रहने वाले श्याम जायसवाल का है। श्याम ने यह गोबर बेचने से हुई आमदनी के बाद शादी तय होने तक का रोचक किस्सा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान बयां किया। मुख्यमंत्री कोरिया जिला के पाराडोल पहुंचे थे। ग्रामीणों से चर्चा के दौरान जब बात गोधन न्याय योजना को लेकर छिड़ी तो मुख्यमंत्री से भेंट-मुलाकात करने पहुंचे श्याम कुमार जायसवाल ने गोधन न्याय योजना से अपनी जिंदगी में आए बदलाव को लेकर रोचक किस्सा साझा किया।

गोबर बेचकर कमाए 4 लाख रुपये

श्याम कुमार ने बताया कि गोधन न्याय योजना की वजह से ही उनकी शादी की रुकावट दूर हुई और उन्हें जीवनसंगिनी मिली। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि पशुपालन करने वाले श्याम कुमार की आमदनी पहले बहुत-कम थी। उन्होंने दूध डेयरी का व्यवसाय शुरू किया था, लेकिन दूध से जितनी आमदनी होती थी। उससे बमुश्किल आजीविका चल पाती थी। पहले मवेशियों का गोबर व्यर्थ ही था। गोधन न्याय योजना लागू होने के बाद उन्होंने गोबर बेचना शुरू किया। अब तक दो लाख पांच हजार किलोग्राम गोबर बेच चुके हैं। इसके एवज में उन्हें 4 लाख 10 हजार रुपये की आमदनी हुई है।

युवक की मेहनत देख हुए प्रभावित

भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पति श्याम कुमार के साथ पहुंचीं उनकी पत्नी अंजू ने बताया कि पेशे से वे नर्सिंग स्टॉफ हैं। उनके विवाह को लेकर चर्चा चल रही थी। इस बीच परिजनों को श्याम कुमार के बारे में जानकारी मिली कि वे गोबर बेचकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। साथ ही अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए भी मेहनत कर रहे हैं। इससे प्रभावित होकर अंजू के पिता व अन्य परिजन बेटी की ब्याह गोबर बेचने वाले श्याम कुमार से कराने के लिए राजी हो गए। इनका विवाह इसी महीने बीते 19 जून को संपन्न हुआ।