वट सावित्री व्रत पर इसबार खास संयोग… जानिए, क्यों और कैसे की जाती बरगद पेड़ की पूजा : इस वर्ष वट सावित्री 30 मई को है। इस दिन इसबार कई खास संयोग बन रहे हैं। पंडित गौतम पांडेय की मानें तो इसबार वट सावित्री व्रत पर सोमवती अमावस्या और शनि जयंती सहित कई संयोग इसे खास बना रहे हैं। यह व्रत महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं। इस बार यह व्रत 30 मई यानी सोमवार को होगा। इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर करवा चौथ की तरह ही पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करेंगी।

पंडित गौतम पांडेय कहते हैं कि इस दिन सुहागिनें बरगद पेड़ की पूजा करती हैं। दरअसल, बरगद पेड़ की आयु बहुत अधिक होती है। इसलिए महिलाएं भगवान से इसी पेड़ की तरह अपने पति की आयु मांगती हैं। हिंदू धर्म में बरगद वृक्ष पूजनीय है। शास्त्रों के अनुसार, इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वट वृक्ष के चारों ओर परिक्रमा करने का भी विधान है।

पंडित गौतम पांडेय के अनुसार, वट सावित्री व्रत के दिन सुकर्मा योग रात 11 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। इसके बाद धृति योग लग जाएगा। वैदिक ज्योतिष पंचांग में इन दोनों योगों को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इन योगों में किए गए कार्य सफल होते हैं। जातकों को तरक्की मिलती है।