पटना. बिहार में संभवतः पहली बार किसी संगीन आरोप वाले अपराधी के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर (Bulldozer) चलवाया है। दरअसल छपरा में सोनू राय हत्याकांड के आरोपी विकास राय और जितेंद्र राय जो इस केस में कई दिनों से फरार हैं और पुलिस ने उन्हें सरेंडर (Surrender) करने का निर्देश दिया था के घर सरेंडर नहीं करने के बाद प्रशासन ने न केवल सख्ती दिखाई बल्कि उसके घर को बुलडोजर चलाकर ठीक उसी तरह ध्वस्त भी किया जैसा और तौर पर पिछले कई दिनों से यूपी (UP Yogi Model) में दिख रहा है। इस घटना के बाद बिहार में JDU और भाजपा में बुलडोजर पर सियासत शुरू हो गई है।

JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने छपरा में बुलडोजर चलाने के मामले में कहा कि बिहार में योगी मॉडल नहीं नीतीश मॉडल ही चलेगा लेकिन जब कुशवाहा से छपरा की घटना पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा की बुलडोजर चलने की पूरी जानकारी नहीं है। कुशवाहा ने कहा कि किसी एक अपराधी की वजह से घर पर बुलडोजर चला देना कहीं से भी सही नहीं है।अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई उपाय हैं।

उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि 2005 के पहले बिहार का हाल क्या था। तब अपराधियों का मनोबल तोड़ने के नीतीश मॉडल ने देश भर में सुर्खियां पाई थीं, उसी का नतीजा है कि आज भी अपराधी खौफ खाते हैं। कुशवाहा ने कहा कि बिहार में नीतीश मॉडल ही अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण करने के लिए काफी है, ऐसे में किसी और मॉडल की जरूरत नहीं है और ना ही बुलडोजर संस्कृति की। हां अगर कोई भ्रष्टाचार या गलत तरीके से संपति अर्जित करता है तो उसकी अवैध संपत्ति को जब्त कर लिया जाए लेकिन अगर बुलडोजर चलाना ही है तो वैसे भवनों पर चले जो सरकारी जमीन को अतिक्रमित कर बनाया गया हो।

उपेंद्र कुशवाहा की इस प्रतिक्रिया से अलग भाजपा के नेता और बिहार सरकार के मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह छपरा में अपराधी के घर पर बुलडोजर चलने की खबर से उत्साहित दिखे। अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अगर किसी भी अपराधी ने संगीन अपराध किया है और कानून की पकड़ से बाहर है तो उसके घर पर बुलडोजर चलाना ही चाहिए, तभी अपराधी के मन में खौफ होगा। अगर इस पर कोई एतराज जताता है तो हैरानी होती है।