पटना. बिहार में पिछले कुछ सप्‍ताह से बारिश नहीं हुई है। इसका असर खेतीबारी पर पड़ने की आशंका गहराने लगी है। तेज धूप और बढ़ते औसत  तापमान ने परेशानी और बढ़ा दी है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। लेटेस्‍ट मौसम अपडेट में फिलहाल बिहार में अच्‍छी बारिश की संभावना नहीं है। मतलब प्रदेश वासियों को अभी और तेज धूप का सामना करना पड़ेगा। यह परिस्थिति खेतीबारी के लिए ठीक नहीं है। मानसून की अवधि में बिहार में व्‍यापक पैमाने पर धान की खेती की जाती है, लेकिन बारिश नहीं होने के कारण इसके प्रभावित होने के आसार बढ़ गए हैं। बिहार में फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार काफी कम हो गई है। आने वाले कुछ दिनों तक ऐसा ही हाल बने रहने की संभावना है।

मौसम विभाग ने 17 जुलाई 2022 तक के लिए पूर्वानुमान जारी किया है। IMD के ताजा पूर्वानुमानों में बिहार में फिलहाल अच्‍छी बारिश होने की संभावना न के बराबर जताई गई है। इस अवधि में प्रदेश के कुछ हिस्‍सों में हल्‍की-फुल्‍की बारिश होगी, लेकिन मूसलाधार बारिश के आसार नहीं हैं। बिहार में तेज बारिश हुए दो सप्‍ताह से ज्‍यादा का समय बीत गया है। बारिश न होने से मौसम शुष्‍क हो गया है और औसत तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई है। बारिश नहीं होने और औसत तापमान में वृद्धि होने की वजह से लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। उमस वाली गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। ऐसे में मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान भी लोगों के लिए राहत भरा नहीं है।

खेती के लिए मौसम अनुकूल नहीं बिहार में फिलहाल मौसम के तेवर काफी तल्‍ख हैं। सुबह से ही तेज धूप निकल रही है, जो दिनभर लोगों को परेशान कर रही है। यह हालात खेतीबारी के लिए कतई अनुकूल नहीं है। धान की खेती पानी आधारित है, लेक‍िन बारिश नहीं होने की वजह से कृषि का काम प्रभावित हो रहा है। हर बीतते दिन के साथ किसानों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। प्रदेश में कुछ सप्‍ताहों से बारिश नहीं होने और तेज धूप निकलने से सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं।

राहत की उम्‍मीद

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों ने बताया कि प्रदेश में मानसून 18 जुलाई के बाद ही सक्रिय होगा। फिलहाल मूसलाधार बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बीते एक सप्ताह से मानसून की ट्रफ रेखा लगभग एक ही स्थान से गुजरने के कारण बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश नहीं हो पा रही है। 17 जुलाई तक स्थिति ऐसी ही रहेगी. 18 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी में मौसमी दशाओं में बदलाव आने की उम्मीद जताई गई है। इसके बाद प्रदेश में अच्‍छी बारिश की संभावना बनती दिख रही है।