अगर इच्छा शक्ति प्रबल हो, तो देश के युवा कुसी भी नामुमकिन टास्क को पूरा कर सकते हैं। किसी ने ठीक ही कहा है की अगर किसी काम को करने के लिए आपने अपना मन बना लिया है, तो समझो आपने आधा काम तोह अभी पूरा हो गया। अब बस आधा और बचा है, यह भी थोड़ी मेहनत से पूरा किया जा सकता है।
आपदा के महामारी काल के दौरान उड़ीसा के रहने वाले दो दोस्तों ने इस कहावत को सच कर दिखाया है। ये दोनों दोस्त इस समय में भी सभी दिक्कतों को पीछे छोड़ते हुए अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं। उड़ीसा के मलकानगिरी के रहने वाले दो दोस्त सुमित समल और प्रियम बेबर्ता (Sumit Samal and Priyam Bebarta) पेशे से इंजीनियर हैं और जॉब भी करते हैं। परन्तु ये दोनों अपनी जॉब से नहीं, बल्कि अपने खास ठेले की वजह से फेमस हो रहे हैं।

इस दोस्तों का ‘इंजीनियर्स ठेला’ (Engineers Thela) क्षेत्र में बहुत पसंद किया जाता है। इसके ठेले पर लोग स्वादिष्ट बिरयानी और चिकन टिक्का का खाकर आनंद लेते हैं। सुमित और प्रियम बचपन से ही दोस्त हैं और दोनों ने इंजिनीरिंग की पढाई की है।
फिर दोनों की नौकरी भी लग गई और कुछ वक़्त बाद आपदा का समय आया। महामारी के कारण दोनों ही इंजीनियर दोस्त (Engineer Friends) अपने गृह नगर (Malkangiri, Odisha) वापस आ गए थे अपने घर से ही काम (Work From Home) कर रहे थे। इसी दौरान दोनों दोस्त ऑफिस का पूरा करने के बाद लोकल ठेलों में जाकर स्वादिष्ट बिरयानी खाने जाया करते थे। हालांकि उन वेंडर्स के काम करने के तरीकों ने सुमित और प्रियम को बड़ी हैरानी हुई।

असल में दोनों दोस्तों को उन ठेलों पर खाना बनाने और सर्व करने की प्रोसेस को देखना उस वक़्त सहो नहीं लग रहा था, क्योंकि वहाँ पर सफाई का ख्याल नही रखा जा रहा था। हमारे एक पाठक राहुल को प्रियम ने बताया कि सभी स्ट्रीट फ़ूड खाना पसंद करते है और बहुत से ऐसे लोग हैं, जो अच्छा और सस्ता खाना चाहते हैं, ऐसे में ये ठेले का खाना या फ़ास्ट फ़ूड (Fast Food) ही एक विकल्प होता है।
एक बार जब वे दोनों दोस्त एक ठेले गाडी (Thela Gadi) के पास खा रहे थे, तो वहां एक सीवेज ड्रेन बाज़ू में ही थी। उनके फ़ास्ट फ़ूड की गुणवत्ता दिखने से सही नहीं लग रही थी और वे इस भोजन से संतुष्ट नहीं थे। ऐसे में यहीं से दोनों को बिजनेस का की रूप रेखा तैयार करने की प्रेरणा मिली, जहां ग्राहकों को स्वादिष्ट और साफ़ सुथरा खाना उपलब्ध करवाया जा सके।
अब सवाल यह था की क्या परोसा जाएँ। दोनों दोस्तों को बिरयानी बनानी नहीं आती थी, तो इसके लिए उन्होने सबसे पहले दो रसोइयों को नौकरी पर रखने का विचार किया। इस व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए दोनों मित्रों ने अपनी कमाई की बचत से 50 हज़ार रुपये का इन्वेस्ट किया।
Interesting!!
— Padmaja Pawar-Yadav (@PadmajaPawar) September 20, 2021
Engineers’ Biryani Thela 💡👌
Malkangiri #Odisha
Post work both earns extra 8k !
Keep up guys Sumit Samal and Priyam Bebarta 👍👏#Engineers #ITGuys #biryani #FoodSystems #foodinspirationhttps://t.co/aLdQ2vNekr
फिर रोज अपने ऑफिस के काम के बाद दोनों दोस्त (Sumit Samal and Priyam Bebarta) बिरयानी बेचने के लिए अपनी फूड स्टाल (Food Stall) को तय किये गए स्थान पर सेट करते और काम पर लग जाते। इस ठेले का नाम इंजीनियरस ठेला रखा गया, क्योंकि दोनों मित्र इंजीनियर थे।
यहाँ चिकन बिरयानी (Chicken Biryani) की एक प्लेट 120 रुपये में और हाफ प्लेट 70 रुपये दी जाती है। अच्छी साफ़ सफाई, क्वालिटी और शानदार स्वाद (Awesome Taste) के कारण अभी के समय में दोनों दोस्त 100 से अधिक प्लेट बिरयानी बेंच देते हैं। इसके अलावा यहाँ पर चिकन टिक्का (Chicken Tikka) भी परोसा जाता है।
Odisha’s Malkangiri, Sumit Samal and Priyam Bebarta set up Engineer’s Thela to serve fresh biryani every day after work. Today, they are selling up to 100 plates a day, earning up to Rs 8000 a day! Sumit Samal and Priyam Bebarta, both engineers by profession. pic.twitter.com/mOth3OW994
— sanatanpath (@sanatanpath) December 18, 2021
इससे वे हर दिन के 8 हज़ार रुपये तक की कमाई कर ले रहे हैं। ठेले में लगी लागत और दो वर्कर की पेमेंट निकलने के बाद भी वे हर महीने 45 हज़ार रुपये से अधिक की बचत कर ले रहे हैं। यह बिजनेस चल निकला है। मतलब इंजीनियर की नौकरी और इंजीनियर ठेला एक साथ चल रहा है।