नवादा: बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Vidhan Parishad Chunav 2022) में शानदार जीत हासिल करने के बाद अशोक यादव के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। पूर्व विधायक और चाचा राजबल्लभ यादव (Raj Ballabh Yadav ) का इतिहास दोहराते हुए अशोक यादव (Ashok Yadav) वापस आरजेडी (RJD) ज्वाइन करेंगे या फिर दिवंगत विधायक पिता स्व. कृष्णा प्रसाद के पुराने घर की राह पकड़ लेंगे इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अशोक यादव ने जीत के बाद सब कुछ अपने चाचा पर छोड़ दिया है।

चाचा के फैसले का हो रहा है इंतजार
इधर, नवनिर्वाचित एमएलसी अशोक यादव ने यह साफ कर दिया है कि चाचा राजबल्लभ प्रसाद ही उनके भविष्य का फैसला करेंगे। वह जो आदेश करेंगे, उसका पालन किया जाएगा। बीजेपी में जाने के सवाल पर भी उन्होंने दो टूक कहा कि चाचा जो भी फैसला करेंगे, उसे ही मानेंगे।
चाचा के ‘कनेक्शन’ पर जलेगी भतीजे की बत्ती! नाबालिग से रेप के केस में सजा काट रहे राजबल्लभ यादव के भतीजे अशोक कुमार ने विधान परिषद चुनाव में निर्दलीय जीत दर्ज की है…बीजेपी में जाएंगे या आरजेडी में अभी तय नहीं लेकिन जो चाचा जो कहेंगे वो भतीजा करेगा.नवादा से अमन की रिपोर्ट देखिए pic.twitter.com/LkwyBG3Nyi
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) April 8, 2022
अशोक यादव ने जीत कर आरजेडी को दिया जवाब
बता दें कि राजबल्लभ प्रसाद यादव राष्ट्रीय जनता दल से काफी नाराज चल रहे हैं। इसलिए माना जा रहा है कि ऐसे में उन्होंने अपने भतीजे को मैदान में उतारकर आरजेडी को मुंहतोड़ जवाब दिया है। राजनीतिक जानकार की मानें तो राजबल्लभ यादव आने वाले समय में अपने भतीजे को बीजेपी ज्वाइन करवा सकते हैं।

बीजेपी के लोग कर रहे अशोक यादव से मुलाकात
इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अशोक कुमार ने झंडा गाड़ दिया है। काफी बहुमत लाकर उन्होंने जीत हासिल की है। कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग भी अशोक यादव से मुलाकात कर रहे हैं।हालांकि अभी तक वैसी कोई तस्वीर सामने नहीं आई है लेकिन चर्चाओं और कयासों का बाजार गर्म है।