उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल करते हुए इत‍िहास रच दिया है। ऐसे में योगी आदित्‍यनाथ दोबारा मुख्‍यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे। पिछले 37 वर्षो में यह पहली बार है कि कोई पार्टी प्रदेश की सत्‍ता पर लगातार दूसरी बार राज करने के लिए तैयार है। इसी क्रम में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरे जोर शोर से हो रही हैं। कई मायनों में योगी आदित्‍यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह काफी खास होगा। इस समारोह में कोई कमी न रहे इसके लिए पार्टी कार्यकर्ता और अधिकारी दिन रात जुटे हैं।

होली के बाद शपथ ग्रहण समारोह होने की उम्‍मीद :

योगी आदित्‍यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह होली के बाद 21 मार्च को प्रस्तावित है। इकाना स्टेडियम में होने जा रहे इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और देशभर के प्रमुख नेता शामिल होंगे। मंत्रिमंडल गठन पर निर्णय के लिए महत्वपूर्ण बैठक के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी आज दिल्ली पहुंची है।

पहली बार सीएम बनने पर रमाबाई अम्‍बेडकर स्मृति उपवन में ली थी शपथ : 

2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद 19 मार्च को योगी आदित्‍यनाथ ने मंत्रिमंडल के साथ राजधानी के रमाबाई अम्‍बेडकर स्मृति उपवन के मैदान में शपथ ली थी। डेढ़ दशक बाद मिली उस जीत को लेकर भाजपा बहुत उत्साहित थी तो इस बार लगातार प्रदेश की सत्ता में वापसी के चलते पार्टी आनंद-उमंग में डूबी है। इस बार 21 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मंत्रिमंडल द्वारा शपथ लिया जाना प्रस्तावित है। शपथ ग्रहण समारोह के लिए शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम को चुना गया है। इसे भव्‍य तरीके से शपथ ग्रहण के लिए सजाया जा रहा है।

आज दिल्‍ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक

प्रदेश स्तर पर पार्टी ने जातीय-क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से मंत्रिमंडल गठन की रूपरेखा पर काफी काम कर लिया है। अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया जाना है। इसके लिए बुधवार को यानी आज सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा के साथ दिल्ली पहुंचे हैं।

पीएम मोदी भी हो सकते हैं बैठक में शामिल :

वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक होगी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल के गठन सहित शपथ ग्रहण समारोह की रूपरेखा पर अंतिम मुहर भी लग जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी और वरिष्ठ नेताओं को समारोह में आने का न्योता देंगे योगी आदित्‍यनाथ : 

शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को योगी आदित्यनाथ न्योता भी देंगे। लगभग तय है कि  प्रधानमंत्री मोदी, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, अन्य केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल होंगे। एक संभावना यह भी है कि यदि 21 मार्च को पीएम का समय नहीं मिलता है तो तिथि में परिवर्तन किया जा सकता है।

36 सीटों पर होने हैं एमएलसी चुनाव : 

विधान परिषद (स्थानीय निकाय) के चुनाव की तैयारी भी भाजपा समानांतर कर रही है। 36 सीटों पर होने जा रहे इस चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो गई। पहले चरण की तीस सीटों के नामांकन की अंतिम तिथि 19 मार्च है। इधर, 17 और 18 को होली का अवकाश है। इस तरह नामांकन के लिए बुधवार के अतिरिक्त एक दिन का समय प्रत्याशियों को मिलना है।

एमएलसी चुनाव के लिए प्रत्‍याशियों के नामों की घोषणा बाकी :

भाजपा सभी जिलों से आए चार-पांच दावेदारों के पैनल पर प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में विचार-मंथन कर नाम छांट चुकी है। लगभग तय है कि दूसरे दलों से छोड़कर आए नौ विधान परिषद सदस्यों को भी इस चुनाव में सत्ताधारी दल से टिकट दिया जाएगा। इसमें सपा छोड़कर आए आठ और बसपा से आए एक एमएलसी हैं। अन्य प्रत्याशियों के नाम क्षेत्रीय-जातीय समीकरणों को देखते हुए छांटे गए हैं। इन पर केंद्रीय नेतृत्व की स्वीकृति मिलने के बाद बुधवार को प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।भाजपा सभी जिलों से आए चार-पांच दावेदारों के पैनल पर प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में विचार-मंथन कर नाम छांट चुकी है। लगभग तय है कि दूसरे दलों से छोड़कर आए नौ विधान परिषद सदस्यों को भी इस चुनाव में सत्ताधारी दल से टिकट दिया जाएगा। इसमें सपा छोड़कर आए आठ और बसपा से आए एक एमएलसी हैं। अन्य प्रत्याशियों के नाम क्षेत्रीय-जातीय समीकरणों को देखते हुए छांटे गए हैं। इन पर केंद्रीय नेतृत्व की स्वीकृति मिलने के बाद बुधवार को प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।